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एस्ट्रो लाइफ मैनेजमेंट व वास्तु लाइफ मैनेजमेंट के प्रणेता पण्डित मुकेश भारद्वाज भारत के एक प्रबुद्ध और स्थापित ज्योतिषी और वास्तुशास्त्री हैं। पिछले दस वर्षों से राजस्थान व देश के प्रमुख समाचार पत्रों "राजस्थान पत्रिका" और "दैनिक भास्कर" में उनके नियमित कॉलम छपते आ रहे हैं। साथ ही राजस्थान व देश के प्रमुख टी वी चैनल्स पर भी उनकी उपस्थिति बनी रहती है।
लगभग एक दशक पहले देश के प्रमुख समाचार पत्र "दैनिक भास्कर" में उनका नियमित कॉलम "लव एण्ड कैरियर" शुरू हुआ। इस कॉलम को युवा वर्ग का अभूतपूर्व समर्थन मिला। युवाओं के समर्थन और मांग के चलते इस कॉलम को दैनिक भास्कर में 2 साल तक नियमित बनाकर रखा गया था।
देश की प्रतिष्ठित मासिक पत्रिका "अहा जिन्दगी" में भी उनके लेखों को अच्छी सराहना मिली। देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र "राजस्थान पत्रिका" से पण्डित मुकेश भारद्वाज 2006 से आजतक निरन्तर जुड़े हुए हैं। समय समय पर अंक ज्योतिष व वास्तु शास्त्र आदि विषयों पर भी उनके नियमित कॉलम छपते आ रहे हैं। लव एण्ड कैरियर की लोकप्रियता से प्रेरित होकर इस समाचार पत्र में कई साल तक एक नियमित कॉलम "इमोशन एण्ड कैरियर" छपता रहा; जिसमें पण्डित मुकेश भारद्वाज युवाओं के सीधे सवालों के व्यक्तिगत रूप से जवाब भी देते रहे थे। इस कॉलम को पिछले कॉलम से भी अधिक जन समर्थन हासिल हुआ। राजस्थान पत्रिका में ही उनके नियमित कॉलम "वास्तु लाइफ मैनेजमेंट" को भी अच्छा समर्थन मिला था। राजस्थान पत्रिका में वास्तुशास्त्र पर उनका नियमित लेख "वास्तु ज्ञान" आज भी प्रकाशित हो रहा है, जिनमें देश भर के लोग अपने रिहायशी व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से जुड़ी वास्तु संबंधी समस्याओं के समाधान पूछ रहे हैं।
पत्रिका परिवार के ही एक अन्य प्रमुख समाचार पत्र में उसकी स्थापना के समय से आजतक निरन्तर "दैनिक पंचांग व दैनिक राशिफल" उनके द्वारा ही दिया जाता है। साथ ही पत्रिका परिवार के एफ एम स्टेशन "एफ एफ तड़का" पर भी इनके द्वारा लिखा गया दैनिक राशिफल बताया जाता रहा है।
इलेक्ट्रोनिक मीडिया में भी पं. मुकेश भारद्वाज समानान्तर रूप से लगातार बने रहते हैं। E-
इसी चैनल के एक खास कार्यक्रम "ज्योतिष विशेष" में दर्शकों का विशेष उत्साह देखने को मिला। यह कार्यक्रम अपने आप में बेहद विशिष्ट था और ज्योतिष कार्यक्रमों की एक बंधी हुई छवि को तोड़कर नए कीर्तिमान स्थपित करने वाला कार्यक्रम साबित हुआ था। इस कार्यक्रम की विशेषता यह थी कि इसने एक ऐसा मंच दिया था जहां ज्योतिषीय भविष्यवाणियों के प्रसारण के बजाय दो ज्योतिषियों की विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चाओं, ज्योतिषीय मीमांसाओं व वाद विवाद को स्थान दिया गया था। 65 एपीसोड्स के इस कार्यक्रम में दर्शकों ने पं. मुकेश भारद्वाज का एक अलग रूप देखा, जिसमें वो हर विषय पर ज्योतिष के तार्किक और वैज्ञानिक पक्ष को स्पष्ट करते हुए नजर आए। इस कार्यक्रम से E-